हम नहीं करते इश्क से इश्क तो हमारा पेशा है वो इश्क ही गया जिसमे यार बेफावा है.!!
दो चार नही मुझे सिर्फ एक दिखा दो वो शख्स जो अंदर भी बाहर जैसा हो.!!
ना मेरा दिल बुरा था ना उसमे कोई बुराई थी सब नसीब का खेल है बस किस्मत में तो जुदाई थी.!!
सिगरेट जलाई थी तेरी याद भुलाने को लेकिन क*बख्त धुएं ने तेरी तस्वीर बना डाली.!!
जाने क्यों कोसते है बदसूरती को क्योंकि बरबाद करने वाले तो हसीन चहरे होते है.!!
कोई ठुकरा दे तो सह लेना क्योंकि मोहब्बत की फितरत में जबरदस्ती नहीं होती.!!
दिल तोड़ने वाले का कुछ नही जाता लेकिन जिसका दिल टुटता है उसका सबकुछ चला जाता है.!!
इश्क की अब आखरी नसल है हम अगली पीढ़ी को बस जिस्मों की जरूरत होगी.!!
तुमने मेरी तड़प तो देख ली अब सबर भी देख लो इतना खामोश रहूंगा कि तुम तड़प उठोगी.!!
लफ्ज़ बीमार से पड़ गए Aaj कल एक खुराक तेरे दीदार की चाहता है.!!
आज उसकी आंखो में अंशु आ गए वो बच्चो को सिखा रही थी की मोहब्बत ऐसे लिखते है.!!
जिनके दिल बहुत अच्छे होते है अक्सर किस्मत उनकी ही खराब होती है.!!
उदास कर देती है हर रोज ये शाम ऐसा लगता है जैसे भूल रहा है कोइ मुझे धीरे-धीरे.!!
मुझे मालूम था के लौट के अकेले ही आना है फिर भी तेरे साथ चार कदम साथ चलना अच्छा लगा.!!
Ek चाहत थी तेरे साथ जीने की वरना मोहब्बत तो किसी से भी हो सकती थी.!!
वो हाल मेरा पूछने आए जरूर थे मगर अपनी निगाहों में वाही पुराना गुरुर लिए.!!
Mobile में Net और प्यार में भरोसा न हो तो लोग अक्सर गेम खेलते है.!!
एक खेल रत्न उसको भी दे दो बड़ा अच्छा खेलती है वो दिल से.!!
कागज पे तो अदालत चलती है हमने तो तेरी आंखों के फैसले मंजूर किए.!!
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