ये अजीब खेल चल रहा है मेरी जिंदगी में जहां याद का लफ्ज़ आ जाए वहां तुम याद आ जाते हो.!!
कुछ और नही बस जीने का हुनर दे दे तेरे बगैर अब हमसे जिया नहीं जाता.!!
बड़ी बेरहम है यारा तेरी यादें जितना दूर जाना चाहूं और करीब आ जाती है मुझे तेरे और करीब ले जाती है.!!
तुम रखना सकोगे मेरा तोहफा संभालकर वरना में अभी दे दू जिस्म से रूह निकाल कर.!! .
उसकी आंखे इतनी गहरी थी कि तैरना तो आता था मगर डूब जाना अच्छा लगा.!!
खूब करता है वो मेरे ज़ख्म का इलाज कुरेद कर देख लेता है और कहता है वक्त लगेगा.!!
झूठा नहीं तू मुझको पता है बस थोड़ा रूठा सा है.!!
तू तब तक रूला सकती है हमे जब तक हम दिल में बसाए है तुझे.!!
रिहाई दे दो हमे अपनी मोहब्बत की कफस से कि अब ये दर्द हमसे और सहा नहीं जाता.!!
तेरे ना होने से बस इतनी सी कमी रहती है में लाख मुस्कुराऊ आंखों में नमी सी रहती है.!!
जहर से ज्यादा खतरनाक है ये मोहब्बत जरा सा कोई चख ले मर मर के जीता है.!!
लोग शौर से जाग जाते है और मुझे एक शख्स की खामोशी सोने नही देती.!!
मेरा कत्ल करने की उसकी साजिश तो देखो करीब से गुजरती तो चहरे से पर्दा हटा लिया.!!
अधूरी मोहब्बत मिली तो निंदे भी रूठ गई गुमनाम जिंदगी तो कितने सकून से सोया करता था.!!
इस दुनिया में अजनबी रहना ही ठीक है लोग बहुत तकलीफ देते है अक्सर अपना बनाकर.!!
ए इश्क तेरा वकील बन के बुरा किया मेने यहां हर शायर तेरे खिलाफ सबूत लिए बैठा है.!!
कमाल का जिगर रखते है कुछ लोग दर्द पढ़ते है और आह तक नही करते.!
शाख से फूल तोड़कर मैने सीखा अच्छा होना गुनाह है इस जहां में.!!
मैखाने में जाऊंगा लेकिन पिऊंगा नही साकी ये शराब मेरा गम मिटाने की औकात नही रखती.!!
वो सुना रहे थे अपनी वफाओं के किस्से हम पर नजर पड़ी तो खामोश हो गए.!!
इतनी लंबी उमर की दुआ मत मांगो मेरे लिए ऐसा ना हो की तू भी छोड़ दे और मौत भी ना आए.!!
अजीब कशमकश है जान किसे दे वो भी आ बैठे और मौत भी.!!
न जाने किस बात पर नाराज है वो हमसे ख्वाबों में भी मिलती है तो बात नही करती.!!
भूल चुका है वो शख्स जो हर रोज ना भूलने की कसम खाया करता था.!!
तुझसे अच्छे तो जख्म है मेरे उतनी ही तकलीफ देते है जितनी बर्दाश्त कर सकू.!!
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